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कोरोना वायरस: क्या है कोरोना, कैसे फैलता है यह और कैसे कोरोना वायरस से बचना है

कोरोना वायरस: क्या है कोरोना, कैसे फैलता है यह और कैसे कोरोना वायरस से बचना है,

                                 
कोरोना वायरस: क्या है कोरोना, कैसे फैलता है यह और कैसे कोरोना वायरस से बचना है,

क्या है कोरोना वायरस


कोरोना वायरस, वायरस परिवार का एक ऐसा जीव है जो कि व्यक्ति की नाक, गले और फेफड़ों को अपनी पकड़ में ले लेता है और यह व्यक्ति के अंदर ऐसे कीटाणु उत्पन्न करता है जिसके चलते व्यक्ति को जुखाम-बुखार और कुछ-कुछ निमोनिया जैसे हालात पैदा होने लगते हैं.
कोरोना वायरस से पीड़ित व्यक्ति की मौत अगर किसी कारण से होती है तो उसकी मौत फेफड़ों में पानी भरने के कारण होती हुई नजर आ रही है. इस वायरस के चलते अभी तक दुनिया भर में 3000 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और 40 से अधिक देशों में कोरोना वायरस फैलता हुआ नजर आ रहा है.

कोरोना वायरस के लक्षण

कोरोना वायरस के लक्षणों की बात करेंगे तो इस वायरस के कारण व्यक्ति को गले में खराश होने लगती है, गले में सूजन आने लगती है व्यक्ति को तेज बुखार होने लगता है. इस वायरस के कारण बहुत तेज बुखार होता है और साथ ही साथ उल्टी आना, चक्कर आने जैसे हालात उत्पन्न हो जाते हैं.

इस वायरस से अगर बचना है या फिर बोले अगर इस वायरस को आगे नहीं फैलाना है तो व्यक्ति को अपने चेहरे को ढककर रखना चाहिए. चेहरे से जुड़े अंग जिनमें की नाक और व्यक्ति का मुंह शामिल हैं, यह अंग बचाने बहुत जरूरी हो जाते हैं. कोरोना वायरस से अगर बचना है तो व्यक्ति को आपस में हाथ मिलाना छोड़ देना चाहिए. साथ ही साथ बाजार में अगर जाए तो हाथों को ढककर रखें, चेहरे को ढक कर रखें. अच्छे तरीके से मुंह-नाक को कवर रखें और साथ ही साथ घर आते ही हाथों को अच्छी तरीके से धोना शुरू कर दें. विश्व स्वास्थ्य संगठन भी कोरोना वायरस के कारण अब विश्वभर में चेतावनी जारी कर चुका है. 

लक्षण

                                     
  • Cough, बुखार आना, थकान, सांसे छोटी हो जाना, सांस लेने में तकलीफ होना, यह सब इसके सामान्य लक्षण है.
  • गंभीर परिस्थिति में, infection से निमोनिया हो सकता है, तीव्र श्वसन के रोग, kidney failure, यहाँ तक की मृत्यु भी हो सकती है.
  • जिन्हे infection होता है, उसमे से ज्यादातर लोग (करीब 80% लोग) इस बीमारी से बिना किसी ट्रीटमेंट के बच जाते है.
  • करीब 6 में से 1 इंसान, जिसे कोरोना वायरस का infection होता है, वह गंभीर रुप से बीमार होते है.
  • खास कर बुजुर्ग व्यक्ति, जिन्हे diabetes, हार्ट प्रोब्लेम, blood pressure जैसी बीमारीया होती है, वह गंभीर रूप से बीमार होते है.

कोरोना वायरस: क्या है कोरोना, कैसे फैलता है यह और कैसे कोरोना वायरस से बचना है

कोरोना वायरस से बचने का अचूक उपाय

                   
कोरोना वायरस से यदि आपको बचना है तो एक बात का ध्यान रखें कि आपको भीड़ वाली जगहों पर नहीं जाना है. साथ ही साथ आपको सार्वजनिक स्थलों पर जाने से बचना है. यदि आपको किसी काम से यह बाहर निकलना भी पड़ रहा है तो आपको अच्छी तरीके से अपने नाक-मुंह हाथों और शरीर को ढककर रखना है. जिन कपड़ों का प्रयोग आप बाहर करें उनको घर में इस्तेमाल नहीं करना है और ना ही जीव जंतुओं के पास उन कपड़ों को पहुंचे देना है. घर आते ही सबसे पहले शरीर को अच्छी तरीके से धोना है, उसी के बाद दूसरे काम करने शुरू करने हैं.
Infection से बचने के लिए सामान्य सलाह दी जाती है की,
  • Regular अपने हाथो को साबुन से धोए.
  • जब खांसी या छींक आये तो अपने मुँह को कवर करले।
  • मांस और अंडे अगर खाते है, तो पुरे पकाये उसके बाद ही खाए।
  • किसीमे ऐसी बीमारी के लक्षण दिख रहे हो, तो उनसे दुरी बनाके रखिये. कमसे कम 1 मीटर की दुरी बनाके रखिए.
  • अपनी आंख, नाक, मुँह को छुना टाले। क्योकि यह सतह आसानी से वायरस को पकडती है. और यहां से वायरस शरीर में दाखिल होते है.

इलाज

कोई भी इलाज अभी के लिए उपलब्ध नहीं है. इस coronavirus के लिए कोईभी vaccine नहीं बनी है.
अगर आपका immune system अच्छा होगा तो आप recover कर लोगे।
इसकी vaccine बनाने में वैज्ञानिक लगे हुए है. फिर भी अनुमान लगाया जा रहा है की एक साल तक लग सकता है, इसे बनाने में.
Antibiotics किसी भी virus के ऊपर काम नहीं करते। क्योकि यह सिर्फ बैक्टीरिया के ऊपर असर करते है. तो, आप antibiotics का इस्तेमाल नाही करे तो अच्छा है.
दुनिया भरकी सरकारे कोशिश करने में लगी हुई है की इस वायरस को और spread होने से रोका जाए.
भारत में चीन से आने वाले सारे यात्रियों की मेडिकल जाँच हो रही है.
इन सबके बावजूद यह दुनिया के कई देशो में spread हो चूका है.चीन के बाद साउथ कोरिया, italy, ईरान में सबसे ज्यादा लोग affect हुए है.
अपने और अपने परिवार जनो का ख्याल रखे. अगर किसी को भी बुखार या cough है, या सांस लेने में दिक्कत हो रही है, तो जल्दी से डोक्टर को बताइये।
कोरोना वायरस: क्या है कोरोना, कैसे फैलता है यह और कैसे कोरोना वायरस से बचना है

कोरोना वायरस कैसे फैलता है?

                               
जिस इंसान में कोरोना वायरस है, उससे दूसरे इंसान में यह फैलता है.
यह contagious है. मतलब बहुत आसानी से फैलता है.
एक व्यक्ति की खाँसी या छींक से दूसरे व्यक्ति में फैलता है.
अगर कोरोना वायरस वाले व्यक्ति की खांसी, छींक की बुँदे किसी सतह पर गिरती है, और आप उसे छू लेते हो, तो संभावना है की, आपको भी infection हो सकता है.
वायरस जानवरो से फैला है, या नहीं इसके कोई सुबूत नहीं है. किसी भी animal में COVID-19 को नहीं पाया गया.
लेकिन कुछ वैज्ञानिको का मानना है, की यह सांप से फैला है.
चीन में लोग अक्सर कच्चे animals खाते है. और किसी ने ऐसे सांप को खा लिया होगा जो कोरोना से संक्रमित होगा।
नावेल कोरोना वायरस का incubation period 2 से 11 दिनों का है.
मतलब अगर आपको बीमारी लग गयी है, तो 2 से 11 दिन लग सकते है लक्षण दिखने में.
WHO ने कहा है की, मास्क इतने असरकारक नहीं है. तो यह मत सोचिये की, जब आप public place में जायेंगे तो आप safe है. mask से ज्यादा फरक नहीं पडेगा।
मास्क सिर्फ उन लोगो के use करने चाहिए जो खुद बीमार है. इससे वह औरो में virus को फैलने से रोके।

जानें, कहां कितने समय तक जीवित रहता है कोरोना वायरस

कोरोनावायरस (कोविड-19) जमीन, धातु, प्लास्टिक की सतहों पर और हवा में कई घंटों तक जीवित रहता है। यह नया अध्ययन न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित हुआ है।
वैज्ञानिकों ने पता लगाया कि वायरस एरोसोल में तीन घंटे तक, तांबे पर चार घंटे तक, कार्डबोर्ड (लकड़ी के गत्ते) पर 24 घंटे तक और प्लास्टिक और स्टेनलेस स्टील पर दो से तीन दिन तक जीवित रह सकता है। उल्लेखनीय है कि एरोसोल हवा या किसी अन्य गैस में ठोस कण या तरल बूंदे हैं, एरोसोल प्राकृतिक या मानवजनित हो सकता है।
सह-अध्ययनकर्ता जेम्स लॉयड-स्मिथ और पारिस्थितिकी और विकासवादी जीवविज्ञान के यूसीएलए प्रोफेसर ने कहा कि यह वायरस संपर्क में आने से काफी संक्रामक हो जाता है। यदि आप उन वस्तुओं को छू रहे हैं, जिन्हें किसी संक्रमित व्यक्ति ने हाल ही में छुआ है, तो आपको भी संक्रमण हो सकता है और आपके माध्यम से कोरोनावायरस दूसरों में फैल सकता है, इसलिए हाथ धोना जरुरी है।
अध्ययनकर्ता यूसीएलए, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के राष्ट्रीय एलर्जी और संक्रामक रोग, रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र, और प्रिंसटन विश्वविद्यालय से हैं।
फरवरी में, लॉयड-स्मिथ और उनके सहयोगियों ने पत्रिका ई-लाइफ में बताया कि कोविड-19 के लिए यात्रियों की स्क्रीनिंग बहुत असरदार नहीं है। वायरस से संक्रमित लोग - जिन्हें आधिकारिक तौर पर सार्स-सीओवी-2 नाम दिया गया है, वे लक्षणों के प्रकट होने से पहले वायरस को फैला सकते हैं। लॉयड-स्मिथ ने कहा कि वायरस के जीव विज्ञान और महामारी विज्ञान के द्वारा संक्रमण के अपने शुरुआती चरणों में पता लगाना बहुत मुश्किल बना दिया है क्योंकि अधिकांश मामलों में पांच दिनों तक या सम्पर्क में आने के बाद लंबे समय तक इसके कोई लक्षण नहीं दिखाई देते है।